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जिसने दी थी विनेश फोगाट को चुनौती... उसने दूसरी बार जीता कुश्ती का विश्व खिताब

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जिसने दी थी विनेश फोगाट को चुनौती... उसने दूसरी बार जीता कुश्ती का विश्व खिताब

स्पोर्ट्स/कुश्ती/Delhi/New Delhi :

एशियन गेम्स के ट्रायल के लिए विनेश फोगाट को चैलेंज देने वाली खिलाड़ी ने कमाल कर दिखाया है। उसने लगातार दूसरी बार अंडर-20 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया है। 

हरियाणा के हिसार की रहने वाली अंतिम पंघाल ने शुक्रवार को इतिहास रच दिया। वे लगातार 2 बार अंडर-20 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बन गई। उन्होंने जॉर्डन के अम्मान में आयोजित चैंपियनशिप के 53 किलोवर्ग में शुक्रवार को यह खिताब अपने नाम किया। वहीं सविता ने 62 किलोवर्ग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इससे पहले प्रिया मलिक ने गुरुवार को 76 किलोवर्ग में गोल्ड जीता था। प्रतियोगिता में 3 गोल्ड समेत कुल 7 मेडल जीतने पर भारतीय टीम को पहली बार वर्ल्ड चैम्पियनशिप टीम खिताब भी दिया गया। 
शानदार ढंग से जीता फाइनल
अंतिम पंघाल ने फाइल राउंड में यूक्रेन की मारिया येफ्रेमोवा को 4.0 से हराया था। वे हरियाणा के हिसार जिले की रहने वाली हैं। वे एशियन गेम्स में भाग लेने के लिए दावेदार थी। लेकिन जब भारतीय कुश्ती संघ ने बिना ट्रायल के विनेश फोगाट का नाम इस प्रतियोगिता के लिए फाइनल कर दिया था तो अंतिम पंघाल ने कड़ी आपत्ति जताई थी। उन्होंने परिवार के लोगों के साथ भारतीय ओलंपिक संघ के बाहर धरना भी दिया था।
विनेश फोगाट को दिया था चैलेंज
इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में रिट दायर कर ट्रायल करवाने की मांग की थी। हालांकि वहां से उन्हें राहत नहीं मिल पाई थी। बाद में विनेश फोगाट ने अनफिट होने की बात कहकर खुद का नाम इस प्रतियोगिता से वापस ले लिया था। इसके बाद रिजर्व में रखी गई अंतिम पंघाल को भारतीय टीम में शामिल कर लिया गया। यह गेम्स अभी होने हैं।  
लगतार दूसरी बार जीती वर्ल्ड चैंपियनशिप
वहीं, जॉर्डन में हुई अंडर-20 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में उन्होंने इतना शानदार प्रदर्शन किया कि केवल 2 पॉइंट ही गंवाए। इसके साथ ही पंघाल ने साबित कर दिया कि उसने पूरे टूर्नामेंट में इतना जबर्दस्त प्रदर्शन किया कि सिर्फ दो अंक गंवाए। इसके साथ उन्होंने साबित कर दिया एशियाई खेलों के ट्रायल के लिये विनेश फोगाट को चुनौती उन्होंने अति आत्मविश्वास की वजह से नहीं दी थी बल्कि यह उनके अंदर से उपजा भरोसा था। वे पिछले साल जूनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थी और अब उन्होंने एक और रिकॉर्ड बना दिया।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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