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क्या है जेरिको मिसाइल? जो है इजरायल का ब्रह्मास्त्र, हमास पर चलाया तो आ जाएगी प्रलय

सेना

क्या है जेरिको मिसाइल? जो है इजरायल का ब्रह्मास्त्र, हमास पर चलाया तो आ जाएगी प्रलय

सेना/// :

इजरायली सांसद गोटलिव ने हमास पर ‘जेरिको मिसाइल प्रणाली’ के हमले की वकालत की। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘जेरिको मिसाइल! जेरिको मिसाइल! सामरिक चेतावनी। बलों की शुरूआत पर विचार करने से पहले। प्रलय का डूमडेज! ये मेरा विचार है। ईश्वर हमारी सारी शक्ति को सुरक्षित रखें। मैं आपसे सबकुछ करने और हमारे दुश्मनों के खिलाफ निडर होकर डूमडेज (प्रलय के दिन के हथियारों) का उपयोग करने का आग्रह करती हूं।’

इजरायल की एक महिला सांसद ने हमास द्वारा किए गए आतंकी हमले के बाद जारी युद्ध में फिलिस्तीन के खिलाफ डूमडेज (प्रलय का हथियार) तैनात करने की बात कहकर परमाणु हथियार यानी ‘जेरिको मिसाइल प्रणाली’ को सुर्खियों में ला दिया है। 
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी की सदस्य रिवाइटल टैली गोटलिव ने एक्स (पहले ट्विटर) पर कई पोस्ट किए। उन्होंने हमास द्वारा हमले के बाद उसपर एक जोरदार जवाबी कार्रवाई की वकालत की। जेरिको मिसाइल प्रणाली के उपयोग का आह्वान तब आया है, जब हमास के खिलाफ चल रहे युद्ध में 2,200 से अधिक संयुक्त इजरायली और फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।
क्या लिखा इजरायली सांसद ने
गोटलिव ने एक्स पर लिखा, ‘जेरिको मिसाइल! जेरिको मिसाइल! सामरिक चेतावनी। बलों की शुरूआत पर विचार करने से पहले। प्रलय का डूमडेज! ये मेरा विचार है। ईश्वर हमारी सारी शक्ति को सुरक्षित रखें। मैं आपसे सब कुछ करने और हमारे दुश्मनों के खिलाफ निडर होकर डूमडेज (प्रलय के दिन के हथियारों) का उपयोग करने का आग्रह करती हूं। हमें अपने शस्त्रागार में मौजूद हर चीज का उपयोग करना चाहिए।”
एक विस्फोट जो मध्य पूर्व को हिला दे...
उन्होंने आगे लिखा, ‘केवल एक विस्फोट जो मध्य पूर्व को हिला दे, उसी से हमारी गरिमा, ताकत और सुरक्षा बहाल होगी! यह डूमडेज (प्रलय का दिन) को चूमने का समय है। बिना किसी सीमा के शक्तिशाली मिसाइलें दागना। किसी पड़ोस को समतल नहीं करना। गाजा को कुचलना और चपटा करना। बिना दया के! बिना दया के।’

क्या है जेरिको बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम?
गोटलिव ने अपने पोस्ट में ‘जेरिको’ का उल्लेख किया है, जो इजरायल के मूल बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम का जिक्र करता है, जिसे 1960 के दशक में शुरू किया गया था और इसका नाम वेस्ट बैंक में स्थित बाइबिल शहर के नाम पर रखा गया था। जेरिको बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली शुरू में फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी डसॉल्ट के साथ एक सहयोग थी। जब 1969 में फ्रांस पीछे हट गया, तो इजरायल ने अकेले अपने दम पर इसपर काम किया।
जेरिको-3 मिसाइल सिस्टम साबित होगा गेम चेंजर
जेरिको-1 मॉडल 1973 में सामने आया, जो योम किप्पुर युद्ध के दौरान चालू था। पहले जेरिको बैलिस्टिक मिसाइल-1 को लॉन्च किया गया, जो 1990 तक चला। फिर जेरिको बैलिस्टिक मिसाइल -2 सिस्टम अस्तित्व में आया, जिसकी क्षमता 1,500 से 3 हजार किलोमीटर थी। वर्तमान में जेरिको बैलिस्टिक मिसाइल-3 सिस्टम इजरायल के पास है। इसकी क्षमता 4,800 से 6,500 किलोमीटर तक है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गाजा पट्टी पर इजरायल ने अपने इस मिसाइल सिस्टम को तैनात किया है या नहीं।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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