आज है विक्रम संवत् 2081 के अश्निन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि रात 09:38 बजे तक यानी मंगलवार, 01 अक्टूबर 2024
गाजा को युद्ध में झोंक, मौज काट रहे हमास के तीन अरबपति लीडर

सेना

गाजा को युद्ध में झोंक, मौज काट रहे हमास के तीन अरबपति लीडर

सेना///Tel Aviv :

हमास के शीर्ष नेताओं की बारे में खबर है कि उनकी सम्पत्ति अरबों डॉलर की है जबकि जिन फिलिस्तीनी गाजा निवासियों के लिए वे जंग लड़ रहे हैं, वे बिजली,पानी वगैरह तक के लिए मोहताज हैं। जहां इजरायल ने गाजा से हमास को खत्म करने की कसम खाई है, दुनिया के कई देश जोर दे कर रहे हैं कि सारे फिलिस्तीनी हमास के साथ नहीं हैं।

दुनिया में कई देशों में देखा गया है कि जहां एक तरफ देश में गरीबी फैली हुई है, उसके नेता बहुत ही ज्यादा अमीर हैं। हाल ही में इजरायल हमास युद्ध में गाजा की दुर्दशा दुनिया के लोगों के सामने आई जहां एक महीने से भी ज्यादा समय से लोग बिजली पानी को तरस रहे हैं। लेकिन क्या गाजा के लोगों के लिए इजरायल से लड़ने का दावा करने वाले हमास के नेताओं की आर्थिक स्थिति भी वैसी है जैसा कि दुनिया कई देशों में दिखता है, यानी कि जनता गरीब और नेता बहुत ही अमीर! अगर एक मीडिया रिपोर्ट पर यकीन किया जाए तो यह हमास के मामले में बिलकुल सही है। यहां हमास के तीन शीर्ष नेता अरबों डॉलर के मालिक हैं।
2006 से गाजा में हमास की सत्ता
गाजा में हमास साल 2006 के बाद से सत्ता में है। उसे फिलीस्तीन में हुए चुनाव में गाजा के लोगों ने चुना था, जिसके बाद से उसका गाजा पर हमास का कब्जा है। हालांकि 2006 के बाद से गाजा में चुनाव नहीं हुए है। लेकिन हमास का केवल गाजा पर ही प्रभाव रहा है, जबकि फिलिस्तीन के दूसरे हिस्से वेस्ट बैंक पर फिलिस्तीनी अथॉरिटी की सत्ता है। ऐसे में औपचारिक तौर पर यह माना जाता है कि गाजा पर हमास का 2007 से कब्जा है।
गाजा में लोगों के बुरे हाल
गाजा पर शासन का मतलब यह नहीं है कि गाजा पर इजरायली सेना का दखल नहीं या दबाव नहीं था। गाजा को लोग इजरायली सेना द्वारा घेरी गई एक तरह की जेल भी कहते रहे हैं। वहीं गाजा के लोगों की हालात हमास के रहते बहुत अच्छी नहीं मानी जाती रही है। यहां लगातार बेरोजगारी और गरीबी में इजाफा होता रहा है।
हमास के नेतृत्व पर संकट नहीं
सवाल यह  है कि क्या हमास के नेतृत्व को किसी तरह की आर्थिक समस्या नहीं आई है। बताया जाता है कि शीर्ष हमास नेतृत्व को सम्पत्ति कई स्रोतों से मिलती रही है, जिसमें कतर जैसे देश तक शामिल रहे हैं। बताया जाता है कि कतर हमास के नेतृत्व का समर्थन करता रहा है और उन्हें वित्तीय सहयाता देता रहा है। 
पहले से भी खराब थी गाजा की हालत
यहां यह साफ कर देना भी जरूरी है कि फिलिस्तीनियों की हालत बीते सात अक्टूबर से पहले कोई बहुत अच्छी नहीं थी। लेकिन सात अक्टूबर को हमास के इजराल पर हुए हमले के बाद से वहां स्थितियां और भी अधिक खराब हो गई थी, जिसके बाद वहां भोजन, दवा आदि जैसी जरूरी चीजों का संकट गहरा गया।
अमीरी का जीवन
इसके साथ ही हमास का शीर्ष नेतृत्व अमीरी का जीवन जी रहा है, जो गाजा से दूर तटीय फिलीस्तीन मे रह रहे हैं। बताया जाता है कि गाजा की अधिकांश जनसंख्या जो कि करीब 20 लाख लोगों की है बहुत ही गरीबी में जीवन जी रही है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक हमास के तीन शीर्ष नेताओं के पास कुल 11 अरब डॉलर की सम्पत्ति है।
कहां से मिलता है इन्हें पैसा
इस्माइल हनीयेह, मूसा अबु मर्जूक और खालिद मशाल, तीनों ही कतर में शानदार लाइफस्टाइल कायम रखे हुए हैं। कतर एक छोटा सा मध्यपूर्व का देश है, लेकिन वह यहां के शक्तिशाली अमीरातों में से एक माना जाता है। जबकि गौर करने वाली बात यह भी है कि कतर में अमेरिकी सेना की भी खासी उपस्थिति है और अमेरिका से भी कतर के अच्छे संबंध हैं। हमास के कब्जे से अमेरिकी बंधकों को छुड़ाने में कतर की भी खासी मध्यस्थ वाली भूमिका बताई जाती है।
निजी जेट में सफर करते हैं
रिपोर्ट के मुताबिक सभी तीन नेताओं को बार बार डिप्लोमैटिक क्लबों में देखा गया और निजी जेट में सफर करते भी देखा गया है। अमेरिका में स्थित इजरायली सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में इन तीनों नेताओं  की सम्पत्ति को साझा किया है। जहां हानीयेह और मशाल की सम्पत्ति 4-4 अरब डॉलर है तो वहीं मर्जूक की सम्पत्ति 3 अरब डॉलर है। वहीं कई इंटरव्यू में हमास के नेताओं ने केवल इजरायल से बदला लेने की बात की है और गाजा पर शासन पर कुछ भी नहीं कहा है।

You can share this post!

author

Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

Comments

Leave Comments