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ये तो बस शुरुआत है...! खालिस्तानी आतंकियों की कमर तोड़ने का पूरा प्लान तैयार

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ये तो बस शुरुआत है...! खालिस्तानी आतंकियों की कमर तोड़ने का पूरा प्लान तैयार

क्राइम //Delhi/New Delhi :

भारत-कनाडा के बीच जारी कूटनीतिक तनाव के बीच लगातार गुरपतवंत सिंह पन्नू भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है। खुलेआम कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को भारत वापस लौटने की धमकी दे रहा है। खालिस्तानी आतंकी पन्नू के खिलाफ भारत में कई मामले दर्ज हैं। पन्नू पहले पंजाब को ही भारत से अलग करने की बात लेकिन अब वह इससे भी आगे बढ़ चुका है।

भारत-कनाडा कूटनीति के बीच खालिस्तानी समर्थक आतंकियों और गैंगस्टर्स पर एनआईए की ओर से कई लेवल पर प्रहार शुरू हो गया है। जांच एजेंसियों की ओर से ताबड़तोड़ एक्शन शुरू है। पिछले दिनों छापों में मिले दस्तावेज से जो जानकारी मिली उससे यह बात क्लियर हो गई कि अलगाववाद समर्थक आतंकी और सिख फॉर जस्टिस प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू भारत के खिलाफ कितनी खतरनाक साजिश रच रहा है। एनआईए के डॉजियर से पता चला है कि पन्नू भारत के टुकड़े करने की साजिश रच रहा है। अब तक सिर्फ खालिस्तान की मांग करने वाला पन्नू देश के भीतर मुस्लिम देश बनाना चाहता है, जिसका नाम वह डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ उर्दुस्तान रखना चाहता है। भारत को तोड़ने के लिए डरावना प्लान तैयार किया है। अब भारतीय जांच एजेंसियों की ओर से सिर्फ पन्नू ही नहीं, अन्य खालिस्तान समर्थक आतंकियों पर भी अंतिम प्रहार की तैयारी शुरू हो गई है।
खालिस्तान टाइगर फोर्स के ऊपर सबसे बड़ा प्रहार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी की ओर से गैंगस्टर टेरर नेटवर्क पर बुधवार बड़ी कार्रवाई गई। देश के कई राज्यों में एक साथ रेड डाली गई। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर समेत छह राज्यों में एक साथ रेड डाली गई है। कुल मिलाकर 51 जगहों पर रेड डाली गई। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि लॉरेंस, बंबीहा और अर्श दल्ला गिरोहों के साथियों से जुड़े तीन मामलों में छह राज्यों में 51 स्थानों पर तलाशी ली गई। छापों के दौरान अर्श दल्ला गिरोह के एक साथी को हिरासत में लिया गया है। भारत-कनाडा के बीच जारी खींचतान के बीच एनआईए की तरफ से ये बड़ी कार्रवाई की गई है। एनआईए ने पंजाब में 30, राजस्थान में 13, हरियाणा में 4, उत्तराखंड में 2, दिल्ली और यूपी में एक-एक जगहों पर छापेमारी की। एनआईए की इस कार्रवाई को प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन ‘खालिस्तान टाइगर फोर्स’ के ऊपर सबसे बड़ा प्रहार माना जा रहा है।
पन्नू का नया प्लान बड़ा खतरनाक, एक्शन में एनआईए
पिछले दिनों यह जानकारी सामने आई कि पन्नू भारत के टुकड़े करने की साजिश रच रहा है। वह कश्मीर को अलग करके नया मुस्लिम देश बनाना चाहता है। जिसका नाम डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ उर्दुस्तान रखना चाहता है। भारत सरकार ने आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत पन्नू के संगठन एसएफजे को 2019 में बैन लगाया था। पिछले दिनों एनआईए ने पन्नू की चंडीगढ़ और अमृतसर में अचल संपत्तियों को जब्त किया। कनाडा में मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के जालंधर स्थित घर को भी एनआईए ने जब्त कर लिया। कनाडा के साथ जारी तनाव के बीच पन्नू ने वीडियो जारी कर वहां रह रहे हिंदुओं को भारत लौटने की धमकी दी थी।
पाकिस्तान भी देख रहा इसमें मौका
पाकिस्तान की ओर से भारत में न केवल आतंकवादियों की एंट्री कराई जाती है बल्कि ड्रग्स की सप्लाई भी की जाती है। इस पूरे नए नेक्सस में वह मौका देख रहा है। पाकिस्तान को पता है कि यदि उसे भारत में अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देना है, तो उसके लिए गैंगस्टर्स उसकी मदद कर सकते हैं। यही वजह है कि हथियारों के लालच के जरिए गैंग्स्टर्स को अपनी ओर किया जा रहा है। अलगाववादी प्रतिबंधित संगठन बब्बर खालसा इंटरनैशनल दुनिया के विभिन्न देशों में अपना आतंकी नेटवर्क फैला रहा है। यह संगठन दुनिया के कई देशों में बसे अलगाववाद समर्थकों की मदद से अपने अहम सदस्यों और तड़ीपार आतंकियों को बसाने की कोशिश कर रहा है।
आतंकियों की फंडिंग रोकने को लेकर बड़ा फैसला
सरकार ने एजेंसियों से अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में बसे अलगाववादियों की पहचान करने और उनका ओवरसीज सिटिजनशिप कार्ड रद करने को कहा है ताकि वे भारत न आएं। अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्तियों को एनआईए द्वारा जब्त किए जाने के अगले दिन ही केंद्र सरकार ने जांच एजेंसियों से कहा कि वे विदेश में बैठे और भारत में वांटेड अलगाववादियों की प्रॉपर्टी की पहचान करें। इस कदम से सरकार को भारत से इन अलगाववादियों की फंडिंग रोकने में मदद मिलेगी। उन्हें यहां आने की अनुमति भी नहीं मिलेगी। इससे भारत में उनकी गतिविधियों पर रोक लगेगी। सरकार ने अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, यूएई, पाकिस्तान और अन्य देशों में रह रहे 19 फरार अलगाववादियों की भी पहचान की है। एनआईए ने इससे पहले भी 11 अलगाववादियों की लिस्ट जारी की थी।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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