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राजेश खन्ना-अमिताभ बच्चन को फेल कर देता ये एक्टर ! ‘गुरूर’ ने कर डाला बर्बाद और हो गया गुमनाम

मनोरंजन जगत

राजेश खन्ना-अमिताभ बच्चन को फेल कर देता ये एक्टर ! ‘गुरूर’ ने कर डाला बर्बाद और हो गया गुमनाम

मनोरंजन जगत/सिनेमा/Maharashtra/Mumbai :

अपने निराले अंदाज के कारण उन्हें ‘सिचुवेशनल कॉमेडी किंग’ कहा जाता था। क्या आप समझ पाए कि हम किस एक्टर की बात कर रहे हैं और नहीं तो चलिए बता देते हैं, वो स्टार कौन है, जो अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना जैसे स्टार को टक्कर दे सकता था।

बॉलीवुड में आने वाला हर कलाकार इस उम्मीद से इंडस्ट्री में कदम रखता है कि एक दिन वह बड़ा स्टार बनेगा। रात-दिन की मेहनत के बाद कुछ लोगों की ये मेहनत सफल होती है, तो कुछ सालों स्ट्रगल करके भी वो मुकाम हासिल नहीं कर पाते और जो मुकाम हासिल कर जाते हैं कुछ तो स्टारडम को स्थिर रख पाते हैं और कुछ धमंड में खुद को बर्बाद कर लेते हैं। बॉलीवुड का एक स्टार, जिसके लिए कहा जाता था कि वो राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन को पछाड़ देगा। लेकिन शांत स्वाभाव का दिखने वाला इस एक्टर को उसी के ईगो ने बर्बाद कर दिया।
घमंड के कारण छोड़ दी कई फिल्में
बॉलीवुड में कई ऐसे सितारे खो गए, जिन्होंने कभी अपने अभिनय से लोगों को अपना दीवाना बना दिया था। हालांकि, वक्त की रफ्तार में उनका करियर काफी बदल गया। कुछ ऐसा ही हाल 70-80 के दशक के मशहूर एक्टर अमोल पालेकर का रहा है। बेहद शांत दिखाई देने वाले इस स्टार के अंदर बहुत घमंड था। इस बारे में उन्होंने खुद कहा था कि उन्हें कई अच्छी फिल्में मिली लेकिन कुछ को उन्होंने अपने घमंड छोड़ दिया था।
70-80 के दशक में दी कई हिट फिल्में
मुंबई में जन्मे अमोल ने अभिनय में कदम रखने से पहले थिएटर में अपनी किस्मत आजमाई थी। 1970 के दशक में अपने सरल अभिनय के द्वारा प्रमुखता से उभरने लगे। 70-80 के दशक में उन्होंने एक के बाद एक कई बड़े स्टार्स के साथ फिल्में की, जिसमें शर्मिला टैगोर, रेखा, परवीन बॉबी, शबाना आजमी, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन से लेकर धर्मेंद्र, राज बब्बर संजीव कुमार संग स्क्रीन शेयर की।
घमंड में क्या कह बैठे थे अमोल
अमोल हिंदी के साथ ही साथ मराठी सिनेमा में भी फेमस रहे। हालांकि, एक वक्त ऐसा आया जब उन्हें फिल्में कम मिलने लगी और धीरे-धीरे एक्टिंग से दूर जाने लगे। अपनी फिल्मी करियर की जर्नी को लेकर अमोल ने बताया था कि ऐसा नहीं था वह फिल्में नहीं करना चाहते थे, लेकिन वह किसी से फिल्म मांगना नहीं चाहते थे। उन्होंने बताया था कि एक बार डायरेक्टर बासु चटर्जी ने उन्हें फिल्में ऑफर की थी, जो राजश्री बैनकर के तले बन रही थीं। हालांकि, उन्होंने ये कहते हुए उस फिल्म को इनकार कर दिया कि वह किसी फिल्म के प्रोड्यूसर से मिलने के लिए कतार में खड़े होकर नहीं जाना चाहते।
जब बासु चटर्जी ने कहा था- आपको बहुत अहंकार है
अमोल की बातें सुनकर उस समय के मशहूर डायरेक्टर बासु चटर्जी काफी सहम गए और उन्होंने अमोल से कहा कि आपने अभी अपना करियर शुरू भी नहीं किया है और आपको बहुत अहंकार है। इस पर एक्टर ने कहा था कि मैं ऐसा ही हूं। अमोल के साथ ऐसा कई बार हुए था। उन्होंने अपने हमेशा अपने अंहकार को ऊपर रखा और फिल्में छोड़ दी।
एक्टिंग छोड़ अजमाया डायरेक्शन में हाश
बता दें कि अमोल सुपरहिट फिल्म 1974 में आई ‘रजनीगंधा’, 1975 में आई ‘छोटी सी बात’, 1976 में आई ‘घरौंदा’, 1979 में आई ‘गोल माल’ के लिए जाने जाते हैं। घमंड में भले वह एक्टिंग से दूर हो गए लेकिन इसके बाद वह बतौर निर्देशक बनकर वह दुनिया के सामने उभरे लगे थे। एक निर्देशक के रूप में उन्होंने कई फिल्मों को डायरेक्ट करने के साथ कुछ सीरियल्स का भी निर्देशन किया। अमोल ने साल 1981 में मराठी फिल्म ‘आक्रित’ से डायरेक्शन में कदम रखा। उनकी लास्ट डायरेक्टेड फिल्म ‘पहेली’ थी। इस फिल्म में शाहरुख खान और रानी मुखर्जी और अमिताभ बच्चन थे। हालांकि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फेल साबित हुई।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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