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शेयर बाजार बंद: सेंसेक्स, निफ्टी लाल निशान में बंद ; किन शेयरों को नुकसान हुआ?

शेयर बाजार बंद: सेंसेक्स, निफ्टी लाल निशान में बंद

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शेयर बाजार बंद: सेंसेक्स, निफ्टी लाल निशान में बंद ; किन शेयरों को नुकसान हुआ?

बिजनेस//Delhi/New Delhi :

शेयर बाजार बंद : गुरुवार को शेयर बाजार में भूकंप आया। दलाल स्ट्रीट पर बेंचमार्क इंडेक्स में भारी गिरावट आई। निवेशकों को 7.29 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। बाजार मजबूती के साथ बिका और तीन सप्ताह के निचले स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी 345 अंक गिरकर 21,957 पर बंद हुआ। निफ्टी 19 अप्रैल से 22,000 के नीचे पहुंच चुका है।

घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत मंगलवार को अच्छी रही। लेकिन सेंसेक्स और निफ्टी अच्छी बढ़त के साथ के बाद बाजार में गिरावट आई।सेंसेक्स 1,062 अंक गिरकर 72,404 पर और निफ्टी बैंक 533 अंक गिरकर 47,487 पर बंद हुआ। बाजार में इतनी बड़ी गिरावट चुनाव पूर्व माहौल और एफआईआई द्वारा की गई बिकवाली की वजह मानी जा रही है। अमेरिकी बाजारों में भी गिरावट रही।

शेयर बाजार में बड़ी गिरावट की वजह क्या है?

लोकसभा चुनाव परिणाम की अस्पष्ट तस्वीर 

भारत में लोकसभा चुनाव तीन चरणों में हुए हैं और शेयर बाजार में व्यापारियों और निवेशकों को चुनाव परिणामों की स्पष्ट तस्वीर नहीं दिख रही है। शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि भाजपा नीत राजग को बहुमत मिलने की संभावना नहीं है, जिससे बाजार कारोबार प्रभावित हो रहा है।

रिलायंस और लार्सन के बीच बिक्री

रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.89%) और लार्सन एंड टुब्रो (करीब 6%) इंडेक्स में गिरावट से शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई है। लार्सन एंड टुब्रो के शेयर गुरुवार को 6 फीसदी गिर गए। पिछले पांच दिनों में लार्सन एंड टुब्रो के शेयर 9% गिर गए हैं।

एचडीएफसी बैंक और आईटीसी जैसे शेयरों में भी शेयर बाजार में तेज बिकवाली देखने को मिली। एशियाई शेयर बाजारों में मिलाजुला रुख रहा लेकिन प्रमुख सूचकांकों से कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिले।

कमजोर कॉर्पोरेट परिणाम

पिछले वित्त वर्ष में कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों से बाजार में सेंटीमेंट को चोट पहुंची है। एसबीआई और केनरा बैंक ने अच्छे नतीजे दिखाए लेकिन एशियन पेंट्स ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हिंदुस्तान पेट्रोलियम के बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के नतीजे अच्छे नहीं रहे हैं।

विदेशी निवेशकों की बिक्री

विदेशी निवेशकों की बिकवाली से शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस साल अब तक बिकवाली की है। एफआईआई ने मई में अब तक 2,854 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। मार्च से चल रहा बिक्री का दौर थमा नहीं है। एफपीआई ने मई में अब तक 5,076 करोड़ रुपये की बिकवाली की है।

भू-राजनीतिक तनाव

मध्य पूर्व में तनाव और रूस-यूक्रेन युद्ध से संबंधित चिंताओं ने भी शेयर बाजार पर वजन डाला है। भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है। इसके अलावा बाजार में प्रॉफिट बुकिंग हो रही है।

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सौम्या बी श्रीवास्तव

By News Thikhana

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