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20 करोड़ का बना कोठा, हीरोइन ने पहना 30 किलो का लहंगा...!  42 साल बाद देखी इतने बड़े बजट की फिल्म

मनोरंजन जगत

20 करोड़ का बना कोठा, हीरोइन ने पहना 30 किलो का लहंगा...!  42 साल बाद देखी इतने बड़े बजट की फिल्म

मनोरंजन जगत/सिनेमा/Maharashtra/Mumbai :

साल 1917 में पब्लिश लेखक शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास ‘देवदास’ साहित्य में ऐसी कहानी लेकर जन्मा कि अमर हो गया। इस उपन्यास के किरदार समय के परे चले गए और हर पीढ़ी में नए रूप में अवतरित होते रहे। देवदास साहित्य का इकलौता ऐसा उपन्यास है जिसे अब तक 8 बार पर्दे पर जीवंत किया जा चुका है।

सबसे पहले श्देवदास" नाम की फिल्म डायरेक्टर ‘नरेश सी मित्रा’ ने साल 1928 में बनाई। इसके बाद श्पीसी बोरा नाम के डायरेक्टर ने 1935 में देवदास पर फिल्म बनाई। लेकिन 1955 में ‘दिलीप कुमार’ देवदास बने तो ये किरदार आम लोगों के दिमाग में घर कर गया। लेकिन साल 2002 में रिलीज हुई डायरेक्टर ‘संजय लीला भंसाली’ ने देवदास को ऐसा रंगीन मुकाम दिया, जिसे आज तक कोई छू नहीं पाया। 
प्रेम की ऐसी रंगीन दुनिया और उसके किरदारों में दुख का काला सागर पर्दे पर जब उभरा तो दर्शक चकाचैंध रह गए। एक तरफ प्यार का लाल रंग और दूसरी तरफ विरह और दिल टूटने की दास्तां पर दर्शकों ने आंसू बहाए और तालियां पीटीं। 
इस फिल्म में हीरोइन्स के किरदार फैशन के आइकॉन बन गए। फिल्म में ‘माधुरी दीक्षित’ ने 30 किलो का लहंगा पहना, ऐश्वर्या राय के लिए 600 साड़ियां खरीदी गईं। इतना ही नहीं पूरे 20 करोड़ रुपये खर्च कर चंद्रमुखी का कोठा तैयार किया गया। आज से 22 साल पहले देवदास बनाने में पैसा पानी की तरह बहाया गया। इतना पैसा देखकर फिल्म के प्रोड्यूसर को पुलिस ने गिरफ्तार तक कर लिया। 2001 फिल्म के प्रोड्यूसर भरत शाह को पुलिस ने इस आधार पर पकड़ा कि इस फिल्म में अंडरवर्ल्ड का पैसा लगाया जा रहा है। 
तमाम अड़चनों के बाद फिल्म 12 जुलाई 2002 को फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई। फिल्म देखकर दर्शक चकाचैंध हो गए। फिल्म में माधुरी दीक्षित का डांस देख दर्शक दंग रह गए। ऐश्वर्या राय ने भी फिल्म में अपनी खूबसूरती और एक्टिंग से समां बांध दिया। दर्शकों ने फिल्म देखी तो देखते रह गए। 50 करोड़ रुपयों के बजट से बनी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही और 100 करोड़ रुपये कमाने में सफल रही। 
50 करोड़ रुपयों के बजट में बनने वाली सिनेमा इतिहास की 40 साल बाद कोई फिल्म बनी थी। इससे पहले डायरेक्टर के आसिफ ने मुगल-ए-आजम के लिए पानी की तरह पैसा बहाया था और 13 साल में फिल्म तैयार की थी। इसके बाद संजय लीला भंसाली ने इस फिल्म में कमाल कर दिया। 
माधुरी दीक्षित ने फिल्म के गाने ‘काहे छेड़ छेड़ मोहे’ में 30 किलो का लहंगा पहना था। फिल्म में ऐश्वर्या राय के लिए 600 साड़ियां खरीदी गईं थीं। इतना ही नहीं, ये साड़ियां भी खास अंदाज में डिजाइन की गईं थीं। 
सामान्य तौर पर साड़ी 6 मीटर की होती है, लेकिन ऐश्वर्या की साड़ियां 8-9 मीटर की बनवाईं गईं थीं, ताकि इफेक्ट अच्छा पड़े। 2 साल में बनी इस फिल्म ने कमाई के मामले में भी झंडे गाढ़े थे। 2002 में ये फिल्म साल की दूसरी सबसे बड़ी कमाई करने वाली फिल्म बनी थी।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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