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न ताना न तंज , लोकसभा के आखिरी सत्र में पीएम मोदी ने कहा ' मुझे चुनौतियों में आनंद आता है '

लोकसभा के आखिरी सत्र में पीएम मोदी

राजनीति

न ताना न तंज , लोकसभा के आखिरी सत्र में पीएम मोदी ने कहा ' मुझे चुनौतियों में आनंद आता है '

राजनीति//Delhi/New Delhi :

पीएम नरेंद्र मोदी ने 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र के अंतिम दिन सदन को संबोधित किया। संसद में राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया गया।  इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने भी भाषण दिया। लोकसभा में पीएम मोदी के पहुंचते ही BJP सांसदों लगाए 'जय जय श्रीराम' के नारे लगाए। अपनी स्पीच में पीएम ने आर्टिकल 370, तीन तलाक खत्म करने से लेकर कोविड तक का जिक्र किया। जानिए पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण की मुख्य बातें। 

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा, 'मैं माननीय सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त करता हूं कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब मैंने माननीय सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया। इस कार्यकाल में नया संसद भवन प्राप्त हुआ है, इस नए भवन में एक विरासत का अंश और आजादी की पहली पल को जीवंत रखने का सेंगोल को स्थापित करने का काम किया।  इसको सेरेमोनियल बनाने का बहुत बड़ा काम आपके नेतृत्व में हुआ है। जो भारत की आने वाली पीढ़ियों को हमेशा-हमेशा उस आजादी के पल से जोड़ कर रखेगा '

रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के ये पांच साल 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17वीं लोकसभा में अपना विदाई भाषण में कहा कि इस कार्यकाल में सदन कई ऐतिहासिक पलों का गवाह बना है।  पीएम मोदी ने कहा कि ये पांच वर्ष...देश में reform, perform and transform के रहे हैं। इस कार्यकाल में परिवर्तनकारी सुधार हुए, 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव इनमें नजर आती है। 

कोरोनाकाल के लिए सांसदों की भूमिका की प्रशंसा 
सदी का सबसे बड़ा संकट कोरोनाकाल मानव जाति ने झेला, कौन बचेगा, कैसे बचेगा कोई किसी को बचा सकता है या नहीं, ऐसे में सदन में आना, घर छोड़कर निकलना संकट का काम था, इसके बाद भी जो भी नई व्यवस्थाएं करनी पड़ीं, आपने किया, देश के काम को रुकने नहीं दिया  उस काम में सदन की जो भूमिका है वह रत्तीभर भी पीछे न रहे उसको आपने संभाला और दुनिया के सामने उदाहरण पेश किया। 

G-20 शिखर सम्मेलन में समर्थ भारत 
G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान देश के हर राज्य ने भारत के सामर्थ्य और अपने प्रदेश की खूबी विश्व के सामने रखी जिसका असर आज भी है, G-20 के माध्यम से भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत किया गया। 

अनुच्छेद 370 हटाकर निभाई प्रतिबद्धता 
अनेक पीढ़ियों ने एक संविधान के लिए सपना देखा था। लेकिन हर पल वो संविधान में एक दरार दिखाई देती थी, एक खाई नजर आती थी, एक रुकावट चुभती थी। लेकिन इसी सदन ने अनुच्छेद 370 हटाया, जिससे संविधान के पूर्ण रूप का, पूर्ण प्रकाश के साथ प्रकटीकरण हुआ। जम्मू-कश्मीर के लोग सामाजिक न्याय से वंचित थे।  आज, हम संतुष्ट हैं कि हमने सामाजिक न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप जम्मू-कश्मीर के लोगों को सामाजिक न्याय दिलाया है। 

अगली पीढ़ी न्याय संहिता के साथ
पहले आतंकवाद नासूर  बन कर देश के सीने पर गोलियां चलाते रहता था।  मां भारती की धरा आए दिन रक्तरंजित हो जाती थी। देश के अनेक वीर आतंकवाद के कारण बलि चढ़ जाते थे। 75 वर्षों तक हम अंग्रेजों द्वारा दी गई दंड संहिता के साथ रहे। नई पीढ़ी से हम गर्व से कह सकते हैं कि देश भले ही 75 साल तक दंड संहिता के अधीन रहा हो, लेकिन अगली पीढ़ी न्याय संहिता के साथ जीयेगी। हम संतोष से कह सकते हैं कि हमारी अनेक पीढ़ियां जिन बातों का इंतजार करती थी, ऐसे बहुत से काम 17वीं लोकसभा के जरिए पूरा हुए। 

डेटा प्रोटेक्शन बिल लाकर पूरी भावी पीढ़ी को सुरक्षित किया 
डेटा का पूरी दुनिया में चर्चा है। हमने डेटा प्रोटेक्शन बिल लाकर पूरी भावी पीढ़ी को सुरक्षित कर दिया है. अब डाटा का उपयोग कैसे हो हमारे कानून में उसकी भी गाइडलाइन है।  जल-थल नल की सदियों से चर्चा चली है। अब समुद्री, स्पेस और साइबर की चर्चा बढ़ी है। 

जब चुनौती आती है.. तो मुझे आनंद आता है
हमने ट्रांसजेंडरों को एक पहचान दी है। अब तक करीब 16-17 हजार ट्रांसजेंडर को अधिकार दिया गया है। पद्म अवार्ड हमने ट्रांसजेंडर को दिया है।  सभी सांसदों का जो सहयोग मिला है, जो निर्णय कर पाए हैं, कभी-कभी हमले इतने हुए हैं कि जब चुनौती आती है तो मुझे और आनंद आता है। 

कार्यकाल में हुए परिवर्तन सुधार, 97 फीसदी तक रही उत्पादकता
प्रधानमंत्री ने कहा,‘इस कार्यकाल में परिवर्तनकारी सुधार हुए, 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव इनमें नजर आती ह।  ’ उन्होंने कहा, ‘17वीं लोकसभा की कार्य उत्पादकता 97 प्रतिशत रही, मुझे विश्वास है कि हम 18वीं लोकसभा में शत प्रतिशत की उत्पादकता रहने का संकल्प लेंगे। ’ देश में यह जज्बा पैदा हुआ है कि अगले 25 वर्ष में भारत एक विकसित देश बनाने का सपना पूरा करना है।  पीएम मोदी ने कहा, 'महिला आरक्षण कानून बनाने, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने, नए आपराधिक कानूनों समेत कई विधेयकों के पारित होने का उल्लेख किया। 

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को व्यक्त किया आभार 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से सदन को संबोधित करते हुए कहा, '...आप सदैव मुस्कुराते रहते थे। आपकी मुस्कान कभी फीकी नहीं पड़ी। आपने कई मौकों पर संतुलित और निष्पक्ष तरीके से इस सदन का मार्गदर्शन किया, इसके लिए मैं आपकी सराहना करता हूं। गुस्से, आरोप-प्रत्यारोप के क्षण आए लेकिन आपने धैर्यपूर्वक स्थिति को नियंत्रित किया और सदन चलाया और हमारा मार्गदर्शन किया। मैं इसके लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं।

वित्तमंत्री और गृहमंत्री के महत्वपूर्ण वक्तव्य 

मोदी सरकार ने बजट सत्र के आखिरी दिन श्वेत पत्र भी लेकर आई।  श्वेत पत्र पर चर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने पिछले दस साल में देश की अर्थव्यवस्था को कांटों में फंसी साड़ी की तरह सही-सलामत निकालकर भविष्योन्मुखी सुधारों की राह पर चलाने का प्रयास किया है। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राम के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती।  22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का दिन भारत को विश्वगुरु बनने के मार्ग पर ले जाना वाला है। 

 

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सौम्या बी श्रीवास्तव

By News Thikhana

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