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हैदराबाद के आखिरी निजाम का निधन,उच्च राजकीय सम्मान के साथ कल किया जाएगा सुपुर्द-ए-खाक

श्रद्धांजलि

हैदराबाद के आखिरी निजाम का निधन,उच्च राजकीय सम्मान के साथ कल किया जाएगा सुपुर्द-ए-खाक

श्रद्धांजलि//Telangana/Hyderabad :

हैदराबाद के आखिरी निजाम नवाब मीर बरकत अली खान वालाशन मुकर्रम जाह बहादुर का तुर्की में निधन हो गया। जहां वह कई वर्षों से रह रहे थे। मुकर्रम जाह को बुधवार को हैदराबाद में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। 

बता दें कि मुकर्रम जाह का जन्म 1933 में फ्रांस में हुआ था। उनकी मां राजकुमारी दुर्रु शेवार तुर्की (ओटोमन साम्राज्य) के आखिरी सुल्तान अब्दुल मजीद द्वितीय की बेटी थी। वरिष्ठ पत्रकार और हैदराबाद की संस्कृति और विरासत के जानकार मीर अयूब अली खान का कहना है कि राजकुमार मुकर्रम जाह को 1971 तक औपचारिक रूप से हैदराबाद का राजकुमार ही कहा जाता था।

दादा से विरासत में मिली थी अकूत संपत्ति
जब तक कि सरकार ने उपाधियों को समाप्त नहीं कर दिया था। उन्होंने बताया कि सातवें निजाम ने अपने पहले बेटे राजकुमार आजम जाह बहादुर के बजाय अपने पोते को अपना उत्तराधिकारी बनाया था। इसके बाद 1967 में हैदराबाद के अंतिम पूर्व शासक के निधन पर मुकर्रम जाह आठवें निजाम बन गए थे। मुकर्रम जाह शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया चले गए थे। लेकिन, बाद में वह तुर्की में रहने लगे थे। मुकर्रम जाह या उनके दादा को विरासत में मिली अकूत संपत्ति में गिरावट के विवरण का अभाव है।मुकर्रम जाह बेहिसाब जमीन-जायदाद और हीरे-जवाहरात के मालिक थे लेकिन उनके निधन के साथ ही उनकी जिंदगी और विरासत में मिली दौलत के कई अनसुलझे सवाल दफन हो जाएंगे।

‘महल ऐसा जैसे लूट मचाई गई हो’
मुकर्रम जाह ने अपना पहला निकाह 1959 में तुर्की की राजकुमारी इसरा से किया था। याउंदी डॉट कॉम में प्रकाशित एक इंटरव्यू में राजकुमारी इसरा हैदराबाद में अपने वैवाहिक जीवन के बारे में बातें की थीं। इस इंटरव्यू में राजकुमारी इसरा ने बताया था, ‘बाद में हमारा तलाक हो गया और 20 साल बाद मुकर्रम जाह ने मुझे वापस आने और उनकी मदद करने के लिए कहा था क्योंकि वह कई समस्याओं से घिरे हुए थे। जब मैं वापस आई तो पूरा महल ऐसा लगता था कि वहां नादिर शाह ने दिल्ली की लूट मचाई थी। कुछ नहीं बचा था, हमसे सब कुछ ले लिया गया था।’

"हैदराबाद में किया जाएगा सुपुर्द-ए-खाक"
मुकर्रम जाह के पार्थिव शरीर को हैदराबाद स्तिथ उनके चौमहल्ला पैलेस लाया जा रहा है। उनके पार्थिव शरीर को फ्लाइट के जरिए यहां लाया जा रहा है। जाह के पार्थिव शरीर को 18 जनवरी को सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक खिलवत पैलेस में रखा जाएगा। जहां लोग उन्हें अंतिम विदाई दे सकेंगे। इसके बाद उन्हें आसफ जाही कब्रगाह में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।

तेलंगाना सीएम के उच्च राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने का निर्देश 
राजकुमार मुकर्रम जाह के निधन पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने शोक व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निजाम के उत्तराधिकारी के तौर पर गरीबों के लिए शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्रों में समाज सेवा के लिए उनका उच्च राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने का निर्देश दिया है।

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author

सौम्या बी श्रीवास्तव

By News Thikhana

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