धर्म/व्रत और त्योहार/Rajasthan/Jaipur :
Diwali 2023 Date And Time: हिंदू धर्म में दीपावली यानी दिवाली को खुशहाली का त्योहार माना जाता है। लेकिन ऐसे में चलिए जानते हैं कि इस साल धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज कब है और कब है लक्ष्मी पूजन का सही समय ...
14 वर्ष बाद वनवास पूरा करने के बाद और लंकापति रावण कोपरास्त कर के भगवन श्रीराम अपनी नगरी अयोध्या लौटे थे। उनकी वापसी की खुशी में अयोध्यावासियों ने दीयों से पूरी अयोध्या नगरी को सजाया था। तभी से पूरे देश में दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस बार नरक चतुर्दशी, बड़ी दीपावली , गोवर्धन पूजा और भाई दूज की तिथियों को लेकर असमंजस की स्थिति है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि दीपावली की प्रत्येक छोटी बड़ी बातों के अलावा जानें इस साल दीपावली कब मनाई जाएगी ,लक्ष्मी पूजन का सही समय और पांचो दिन मनाये जाने वाले त्योहारों की सही तारीख व समय क्या है।
हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को दीपोत्सव यानी दिवाली या दीपावली का त्योहार मनाया जाता है। यह पर्व सुख-समृद्धि का प्रतीक माना गया है। दीपावली का यह पर्व पूरे पांच दिनों तक चलता है, जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और भाई दूज वाले दिन इसका समापन होता है। दीपावली के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और सुख-समृद्धि के देवता भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
दीपावली किस तिथि और समय को मनाई जाएगी
इस वर्ष अमावस्या तिथि कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दीपावली मनाई जाती है। इस साल अमावस्या तिथि
12 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर प्रारंभ होगी और 13 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी। दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल में उचित माना गया है। इसलिए दीपावली का पर्व 12 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा।
दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त 12 नवंबर को शाम 05 बजकर 40 मिनट से रात 07 बजकर 36 मिनट तक है। लक्ष्मी पूजन के लिए महानिशीथ काल मुहूर्त रात 11 बजकर 39 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में गणेश-लक्ष्मी पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
सबसे पहले धनतेरस के दिन धन्वंतरि देव, कुबेर देवता और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसके बाद दीपोत्सव के दूसरे दिन नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। इसके अगले दिन दीपावली होती है। दीपावली के ठीक अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। वहीं गोवर्धन पूजा के अगले दिन भाई दूज का पर्व मनाया जाता है।
धनतेरस 2023
दीपावली का पंचदिवसीय त्योहार धनतेरस से प्रारंभ होता है। इस साल धनतेरस 10 नवंबर 2023 को है।
नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली) 2023
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 11 नवंबर 2023 को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से हो रही है। इस तिथि का समापन अगले दिन 12 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर होगा।
धनतेरस के अगले दिन छोटी दीपावली या नरक चतुर्दशी का दिन होता है। कहीं कहीं इसे नरकाचौदस भी कहा जाता है।
नरक चतुर्थी के दिन रूप निखारा जाता है, जिसके लिए प्रात: काल स्नान की परंपरा है। इसलिए उदया तिथि को देखते हुए नरक चतुर्दशी 12 नवंबर को मनाई जाएगी। इसी दिन बड़ी दिवाली भी है। हालांकि जो लोग मां काली, हनुमान जी और यमदेव की पूजा करते हैं वे 11 नवंबर को नरक चतुर्थी यानी छोटी दिवाली का पर्व मनाएंगे।
दीपावली 2023
दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त 12 नवंबर को शाम 05 बजकर 40 मिनट से रात 07 बजकर 36 मिनट तक है। लक्ष्मी पूजन के लिए महानिशीथ काल मुहूर्त रात 11 बजकर 39 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में गणेश-लक्ष्मी पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
बता दें कि 13 नवंबर को कार्तिक मास की अमावस्या अर्थात् सोमवती अमावस्या होगी जो देव पितृ कार्य के लिए अति उत्तम है और इस दिन तीर्थ स्नान करना चाहिए।
गोवर्धन पूजा 2023
सामान्यतः गोवर्धन पूजा कार्तिक मास की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है जो आमतौर पर दीपावली वाले दिन के अगले दिन होती है। इस साल उदयातिथि में गोवर्धन पूजा 14 नवंबर 2023 को है।
भाई दूज 2023
भाई दूज अर्थात् यम द्वितीया का पर्व बुधवार 15 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा।
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