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दोस्त के साथ खुद का कराया अपहरण: ऑनलाइन फिरौती भी ली, पर बिगड़ गया पूरा खेल

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दोस्त के साथ खुद का कराया अपहरण: ऑनलाइन फिरौती भी ली, पर बिगड़ गया पूरा खेल

क्राइम //Rajasthan/Jaipur :

राजधानी जयपुर के वाटिका रोड से दो छात्रों का अपहरण हुआ। इसके बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए अपहरण करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस के सामने जो खुलासा हुआ, उसे जानकर पुलिस भी हैरान रह गई। पता चला कि यहां एक दोस्त ने ही खुद के साथ अपने एक दूसरे साथी के अपहरण की साजिश रची।

राजधानी जयपुर में पिछले दिनों हुए दो छात्रों के अपहरण के मामले में रोचक खुलासा हुआ है। पुलिस ने अपहरण के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया तो चैंकाने वाली जानकारी सामने आई। यहां पता चला कि जिन छात्रों का अपहरण हुआ, उन्हीं में से एक अपहरण का सूत्रधार निकला। अपहरण करने वाले आरोपी के साथ पुलिस ने पीड़ित बनकर रिपोर्ट दर्ज कराने वाले छात्र को भी गिरफ्तार कर लिया है। अभी वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
दो छात्रों का ऐसे हुआ अपहरण
13 दिसंबर की शाम 5रू40 बजे पुलिस को सूचना मिली कि सांगानेर सदर इलाके में वाटिका रोड पर दो छात्रों का अपहरण हो गया। सूचना मिलने ही पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर लोगों की भीड़ जमा थी। भीड़ में से मनीष सैनी नामक युवक ने बताया कि वह अपने दो दोस्तों के साथ मोटर साइकिल पर बैठकर कमरे पर जा रहे थे। पीछे से आई एक कार ने अचानक मोटर साइकिल के आगे आकर ब्रेक लगाए। बाइक रुकते ही कार में से तीन-चार बदमाश निकले और मनीष के दोस्त रामेश्वर गुर्जर और सत्यनारायण के साथ मारपीट करते हुए गाड़ी में पटक कर ले गए।
देर रात नाकाबंदी में कार पकड़ी, दोनों छात्रों को छुड़ाया
अपहरण की वारदात पर पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस की टीमों में आसपास के सभी गांवों में नाकाबंदी कर दी। देर शाम को लाखना गांव से आगे पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की कार को घेर लिया। अंधेरे का फायदा उठाकर अपहरणकर्ता फरार हो गए लेकिन अपहृत किए गए दोनों छात्रों रामेश्वर गुर्जर और सत्यनारायण मीणा को पुलिस ने दस्तयाब कर लिया। अपहरण की वारदात में इस्तेमाल स्विफ्ट डिजायर कार को पुलिस ने जब्त किया। गाड़ी में एक पिस्टल और मोबाइल भी मिला।
कार मालिक से अपहरणकर्ता तक पहुंची पुलिस
कार के रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस कार मालिक तक पहुंची। ऑनर ने बताया कि उसने अपनी गाड़ी ड्राइवरलैस कार सुविधा उपलब्ध कराने वाली कंपनी को किराए पर दे रखी है। कंपनी से जानकारी जुटाने के बाद पता चला कि यह गाड़ी लोकेश जांगिड़ किराए पर लेकर गया है। पुलिस ने इसके बाद पुलिस कई दिनों तक लोकेश की तलाश में छापेमारी कर रही थी। आखिर लोकेश जांगिड़ को गिरफ्तार कर लिया गया।
लोकेश से हुआ असली खेल का खुलासा
अपहरणकर्ता लोकेश जांगिड़ से हुई पूछताछ में पता चला कि अपहरण की घटना का सूत्रधार रामेश्वर गुर्जर है, जो स्वयं पीड़ित बनकर अपने दोस्त के साथ अपह्रत हुआ था। अपहृत रामेश्वर गुर्जर और सत्यनारायण सैनी दोनों दोस्त है और ये दोनों साथ ही रहते हैं। सत्यनारायण सैनी का परिवार आर्थिक रूप से मजबूत है। ऐसे में सत्यनारायण के परिवार से रुपए ऐंठने के लिए रामेश्वर गुर्जर ने अपहरण की साजिश रची। लोकेश सहित अन्य दोस्तों के साथ मिलकर रामेश्वर ने प्लानिंग की कि सत्यनारायण के साथ उसका भी अपहरण कर लिया जाए। बाद में, उसके परिजनों से फिरौती वसूल करेंगे।
ऑनलाइन फिरौती भी ली अपहरणकर्ताओं ने
रामेश्वर गुर्जर और सत्यनारायण का अपहरण करने में लोकेश जांगिड़ के साथ रामेश्वर के कुछ और दोस्त भी शामिल थे, जिनकी तलाश की जा रही है। अपहरण की घटना के बाद आरोपियों ने मारपीट करते हुए सत्यनारायण सैनी से ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करवा लिए। उसके परिवार वालों और परिचितों से भी रुपए ट्रांसफर करवाए गए। बाद में पुलिस द्वारा घेरा बनाने पर आरोपी भाग छूटे। अपहरण की पूरी साजिश का भंडाफोड़ लोकेश जांगिड़ की गिरफ्तारी के बाद हुआ। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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