आज है विक्रम संवत् 2081 के भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि रात 07:57 त बजे तक तदुपरांत षष्ठी तिथि यानी रविवार, 08 सितंबर, 2024 परमाणु मिसाइल अग्नि-4 का सफल परीक्षण, चीन-पाक पलभर में खाक पैरालंपिक: प्रवीण कुमार ने भारत को दिलाया एक और गोल्ड राजस्थान: 108 आईएएस के बाद 386 आरएएस अधिकारियों का ट्रांसफर
पाकिस्तान को मुंह पर सुनाकर लौटने के बाद जावेद अख्तर बोले, यहां आकर लगा कि वर्ल्ड वॉर जीत गया हूं

मनोरंजन जगत

पाकिस्तान को मुंह पर सुनाकर लौटने के बाद जावेद अख्तर बोले, यहां आकर लगा कि वर्ल्ड वॉर जीत गया हूं

मनोरंजन जगत/सिनेमा/Maharashtra/Mumbai :

जाने माने गीतकार और षायर जावेद अख्तर का मानना है कि मानव इतिहास के 10 ब्लंडर्स में पाकिस्तान का बनना भी एक है।

पाकिस्तान में बेखौफ अंदाज में आतंकवाद का जिक्र कर खरी-खरी सुनाने वाले जावेद अख्तर ने वहां से लौटने के बाद एक न्यूज चैनल से बातचीत में अपनी पाकिस्तान यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब वो पाकिस्तान से लौटे तो हिंदुस्तान लोगों का ऐसा रिएक्शन था जैसे कि वो थर्ड वर्ल्ड वॉर जीत के आ रहे हो। 
उन्होंने कहा कि कोई भी देश किसी धर्म से नहीं बनता, पाकिस्तान तो पहली बात बनना ही नहीं चाहिए था। पाकिस्तान का बनना तर्कपूर्ण नहीं था। अगर कोई किताब लिखी जाए कि मानव ने अपने इतिहास में कौन से ऐसे 10 ब्लंडर्स किए हैं, तो उसमें पाकिस्तान का बनना भी एक होगा। 
पाकिस्तान से लौटने के बाद कई कॉल्स और मैसेज आए- जावेद
जावेद अख्तर ने इस समिट में कहा, ‘जब मैं पाकिस्तान से लौट के आया तो ऐसा लग रहा था जैसे थर्ड वर्ल्ड वॉर जीत के आया हूं, मेरे पास कई सारे कॉल्स और मैसेज आने लगे थे। मैंने सोचा कि ऐसा क्या तीर मार दिया था, जो बात मैंने वहां बोली वो तो कहना जरूरी था। वहां (पाकिस्तान) तो मुझे गालियां भी पड़ रही हैं, लोग कह रहे है कि मुझे वीजा क्यों दिया। लेकिन मैं जिस मुल्क में रहता हूं अगर यहां कोई बात कहने में नहीं डरता तो पाकिस्तान में बोलने से क्यों डरूंगा।’
धर्म से देश बनते तो पूरा खाड़ी क्षेत्र देश होता
जावेद अख्तर से पाकिस्तान के बनने पर भी सवाल किया गया। जवाब में उन्होंने कहा, ‘कोई भी धर्म एक देश नहीं बनाता, अगर ऐसा होता तो पूरा मिडिल ईस्ट मिलाकर एक देश होता साथ ही पूरा यूरोप भी एक ही देश के अंतर्गत आ जाता। पाकिस्तान का बनना एक गलती है, लेकिन अब इसे बदल नहीं सकते।’ 
भारत भी वही गलती दोहरा रहा है
जावेद अख्तर ने कहा कि आज देखा जाए तो पाकिस्तान में अहमदिया और शिया मुसलमान नहीं हैं क्योंकि उन्हें वहां से रिजेक्ट कर दिया था। आज हम भी वहीं कर रहे हैं, जो उन्होंने 70 साल पहले किया था। आज आप भी हिंदू राष्ट्र चाहते हैं, मैं तो कहता हूं जो वो नहीं कर सके, दुनिया नहीं कर सकी, वो आप क्या करेंगे।
26/11 हमले के लिए सीधे पाकिस्तान पर इलजाम
जावेद अख्तर पाकिस्तान के लाहौर में हुए ‘फैज फेस्टिवल’ में पहुंचे थे। वहां उर्दू शायर फैज अहमद फैज की याद में 17 से 19 फरवरी तक कार्यक्रम किया गया था। इस दौरान एक एंकर ने जावेद अख्तर से कहा कि पाकिस्तान बड़ा फ्रेंडली, लविंग और पॉजिटिव मुल्क है। हम बम नहीं मारते, फूल भी पहनाते हैं और प्यार भी करते हैं। इस बारे में उनके क्या ख्याल हैं।
इसके जवाब में जावेद अख्तर ने तब कहा, ‘हम तो बंबई के लोग हैं, हमने देखा हमारे शहर पर कैसे हमला हुआ था। वो लोग (आतंकी) नॉर्वे से तो नहीं आए थे, ना इजिप्ट से आए थे। वो लोग अभी भी आपके मुल्क में घूम रहे हैं। तो ये शिकायत अगर हर हिंदुस्तानी के दिल में है तो, आपको बुरा नहीं मानना चाहिए।’
 

You can share this post!

author

Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

Comments

Leave Comments