आज है विक्रम संवत् 2081 के भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि रात 07:57 त बजे तक तदुपरांत षष्ठी तिथि यानी रविवार, 08 सितंबर, 2024 परमाणु मिसाइल अग्नि-4 का सफल परीक्षण, चीन-पाक पलभर में खाक पैरालंपिक: प्रवीण कुमार ने भारत को दिलाया एक और गोल्ड राजस्थान: 108 आईएएस के बाद 386 आरएएस अधिकारियों का ट्रांसफर
ज़िंदा रहते कर दी खुद की तेरहवीं , और दो दिन बाद ली आखिरी सांस 

हकीम सिंह:,ज़िंदा रहते खुद की तेरहवीं कर दी और दो दिन बाद आखिरी सांस ली

अजब-गजब

ज़िंदा रहते कर दी खुद की तेरहवीं , और दो दिन बाद ली आखिरी सांस 

अजब-गजब//Uttar Pradesh /Kanpur :

उत्तर प्रदेश में एक ऐसा अजीबों गरीब मामला सामने आया ,जिसने लोगो को सकते में छोड़ दिया है। एटा में, एक 55 वर्षीय व्यक्ति ने दो दिन पहले अपने 'तेरहवीं ' समारोह का आयोजन किया था, उसका निधन हो गया है। उस व्यक्ति, हकीम सिंह ने बुधवार रात को अपने आखिरी सांस ली,उसकी तेरहवीं के साक्षी रहे ग्रामीणों को सदमे में हैं। 

बता दें कि एक तेरहवी एक व्यक्ति की मृत्यु के 13 दिन बाद मनाया एक हिंदू अनुष्ठान है।

हकीम सिंह ने 15 जनवरी को एक महत्वपूर्ण समारोह आयोजित किया था और लगभग 800 लोगों को दावत में आमंत्रित किया था। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने अपनी 'तेरहवी' क्यों रखी, उन्होंने कहा कि उन्हें अपने परिवार के सदस्यों पर विश्वास नहीं था, संदेह है कि वे उनकी मृत्यु के बाद उनके लिए इसका संचालन नहीं करेंगे।

उन्होंने अपने परिचितों को बताया था कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा। उनका मानना था कि ये अनुष्ठान दावत का आयोजन करना सही है क्योंकि उनके रिश्तेदार उनकी मृत्यु के बाद ऐसा नहीं करेंगे।
हकीम सिंह ने अपने भाइयों और भतीजों पर यह दावा करते हुए कि उन्होंने अतीत में शारीरिक रूप से हमला किया था,साथ ही जबरन उनकी  पैतृक भूमि और घर पर कब्जा भी कर लिया था। वह अकेला रहता था, क्योंकि उसकी पत्नी ने उसे कुछ साल पहले छोड़ दिया था।
 

You can share this post!

author

सौम्या बी श्रीवास्तव

By News Thikhana

Comments

Leave Comments