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बुलेटप्रूफ जैकेट, हाई सिक्योरिटी रूम के बावजूद गोगामेड़ी से कहां हो गई चूक?

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बुलेटप्रूफ जैकेट, हाई सिक्योरिटी रूम के बावजूद गोगामेड़ी से कहां हो गई चूक?

क्राइम //Rajasthan/Jaipur :

राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद खुलासे सामने आ रहे हैं। गोगामेड़ी ने राज्य सरकार से सुरक्षा नहीं मिलने के बाद खुद के स्तर पर हाई सिक्योरिटी इंतजाम किए थे, लेकिन फिर भी उनसे ऐसी एक चूक हो गई जो मौत का बड़ा कारण बनी।

राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद लगातार चैंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। पता चला है कि गोगामेड़ी ने राज्य सरकार से सुरक्षा नहीं मिलने के बाद अपने स्तर पर हाई सिक्योरिटी इंतजाम किए थे, लेकिन फिर भी उनसे ऐसी एक चूक हो गई जो मौत का बड़ा कारण बनी। मिली जानकारी के अनुसार गोगामेडी ने अपने लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था बना रखी थी। लेकिन उन्होंने हत्या वाले दिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खुद ही बड़ी चूक कर दी। इससे उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। अगर वह अपनी ही बनाई सुरक्षा को फॉलो करते तो शायद उनकी जान बच सकती थी।
अभेद्य थी गोगामेड़ी की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
गोगामेडी ने राजस्थान सरकार से बार-बार अपनी जान को खतरा होने का अंदेशा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई थी। लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने खुद त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था शुरू की। इसमें गोगामेड़ी अपने पास पिस्टल भी रखते थे। इसके अलावा उन्होंने अपने छह सुरक्षा गार्ड भी रखे थे, जो उनकी सुरक्षा में तैनात रहते थे। इसके अलावा गोगामेड़ी बुलेटप्रूफ जैकेट पहन कर जाते थे। यही नहीं, उन्होंने बुलेटप्रूफ गाड़ी भी बनवा ली थी। छह सुरक्षा गार्ड हमेशा हथियारबंद रहते थे। लेकिन आचार संहिता लागू होने के कारण इन सुरक्षा गार्ड्स के हथियार पुलिस थाने में जमा हो गए।
गोगामेड़ी बाहर के कमरे में नहीं बैठते तो बच सकते थे
गोगामेडी अक्सर बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर हाई सिक्योरिटी रूम में ही बाहर से आने वाले लोगों से मिलते थे। इस कमरे में सुरक्षा के पूरे प्रबंध होते हैं। लेकिन हत्याकांड के दिन गोगामेड़ी ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था में भारी चूक कर दी, जो उन्हें भारी पड़ गई। घटना के दिन गोगामेड़ी सुबह बालाजी मंदिर में दर्शन कर घर लौटे। इसके बाद उन्होंने राजस्थान में मुख्यमंत्री बनने को लेकर कई लोगों से मैसेज कर पूछा। इस बीच दोनों शूटर घर पर पहुंच जाते हैं लेकिन गोगामेड़ी किसी काम से बाहर जा रहे थे। इस जल्दबाजी में वह हाई सिक्योरिटी कैमरे की बजाय तीनों से गार्ड रूम में मिले। उस समय गोगामेड़ी ने बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं पहन रखी थी। इस घटना से अनजान गोगामेड़ी ने दोनों शूटरों के साथ में चाय भी पी। इस बीच नितिन फौजी और रोहित राठौड़ ने गोगामेड़ी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या कर दी।

गोगामेड़ी की सुरक्षा के लिए एक गार्ड ही तैनात था
आचार संहिता होने के कारण गोगामेड़ी के सुरक्षा गार्ड्स के हथियार पुलिस थाने में जमा हो गए थे। इसके कारण उन्होंने 5 सुरक्षा गार्ड्स को छुट्टी दे दी थी। इनमें एक सुरक्षा गार्ड को ही हथियार रखने की अनुमति थी। लिहाजा गोगामेड़ी की सुरक्षा में केवल एक ही सुरक्षा गार्ड तैनात था। इसका पूरा फायदा उठाते हुए शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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