आज है विक्रम संवत् 2081 के भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि रात 07:57 त बजे तक तदुपरांत षष्ठी तिथि यानी रविवार, 08 सितंबर, 2024 परमाणु मिसाइल अग्नि-4 का सफल परीक्षण, चीन-पाक पलभर में खाक पैरालंपिक: प्रवीण कुमार ने भारत को दिलाया एक और गोल्ड राजस्थान: 108 आईएएस के बाद 386 आरएएस अधिकारियों का ट्रांसफर
नकली सूरज को कंट्रोल कर चीन उससे पैदा करेगा 10 करोड़ डिग्री का तापमान..!

अजब-गजब

नकली सूरज को कंट्रोल कर चीन उससे पैदा करेगा 10 करोड़ डिग्री का तापमान..!

अजब-गजब///Beijing :

दुनिया में कई देश जैसे दक्षिण कोरिया, अमेरिका, फ्रांस कृत्रिम सूर्य पर अनुसंधान करने में लगे हैं लेकिन चीन ने इस मामले में बाजी मार ली है। उसे मानव निर्मित या कहें कि नकली सूरज के रूप में प्रसिद्ध हुआनलियू-3 (एचएल-3) टोकामक को नियंत्रित करने में बड़ी कामयाबी मिली है। चीनी सूत्रों के अनुसार उसके वैज्ञानिकों ने इस कृत्रिम सूरज में एक उन्नत चुंबकीय क्षेत्र संरचना की खोज की है, जो दुनिया में अनूठी उपलब्धि है। इस खोज को परमाणु संलयन उपकरणों की नियंत्रण क्षमता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। स्पष्ट शब्दों में कहें तो चीन इस नकली सूरज में 10 करोड़ डिग्री सेल्सियस का तापमान पैदा करने में सक्षम हो गया है। यह सूर्य के कोर से सात गुना अधिक है।

चाइना मीडिया ग्रुप ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यह खोज परियोजना के लिए अंतराष्ट्रीय संयुक्त प्रयोगों के पहले दौर का नवीनतम परिणाम है, जो पिछले साल के अंत में पहली बार दुनिया के लिए खोला गया था। इसका उद्देश्य परमाणु प्रौद्योगिकी में चीन के वैश्विक प्रभाव को बढ़ाना और वैश्विक ऊर्जा संकट से निपटने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना था। इस प्रयोग में विश्व स्तर पर 17 प्रसिद्ध शोध संस्थान और विश्वविद्यालय शामिल रहे हैं। इसमें फ्रांसी की वैकल्पिक ऊर्जा और परमाणु ऊर्जा आयोग और साथ ही जापान में क्योटो विश्वविद्यालय का नाम प्रमुख है।

तो अब नकली सूरज को नियंत्रित करेगा
एचएल-3 टोकामक नियंत्रित परमाणु संलयन के लिए एक बड़े पैमाने पर वैज्ञानिक सुविधा है जिसे चीन द्वारा स्वतंत्र रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है। सूर्य के समान ऊर्जा उत्पन्न करने की अपनी विधि के कारण इसे अगली पीढ़ी के "कृत्रिम सूर्य" के रूप में भी जाना जाता है। 2020 में चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉर्प (CNNC) द्वारा पूरा किए जाने के बाद यह चीन का सबसे बड़ा और उच्चतम पैरामीटर वाला उन्नत टोकामक उपकरण बन गया है।
कृत्रिम सूरज के संभावित लाभ
नियंत्रित परमाणु संलयन एक अत्याधुनिक तकनीक है जिसके कई बेहतरीन लाभ हैं जैसे संसाधनों तक प्रचुर पहुंच, पर्यावरण के अनुकूल और सुरक्षा में काम आना। इसे वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरणीय समस्याओं को हल करने और वैश्विक सतत् विकास को बढ़ावा देने के प्रमुख तरीकों में से एक माना जाता है। अगस्त 2023 में, HL-3 टोकामक ने 10 लाख एम्पीयर के प्लाज्मा करंट के तहत एक सफल उच्च-परिसीमा संचालन हासिल किया, जिसने चीन के चुंबकीय परिसीमा परमाणु संलयन उपकरणों की परिचालन क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण प्रगति को चिह्नित किया और देश को दुनिया में सबसे आगे रखा।

You can share this post!

author

News Thikana

By News Thikhana

News Thikana is the best Hindi News Channel of India. It covers National & International news related to politics, sports, technology bollywood & entertainment.

Comments

Leave Comments