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कुछ दिन और... क्या थम जाएगा रूस-यूक्रेन युद्ध? सीक्रेट मिशन पर जुटे दो जनरल

सेना

कुछ दिन और... क्या थम जाएगा रूस-यूक्रेन युद्ध? सीक्रेट मिशन पर जुटे दो जनरल

सेना/थल सेना// :

रूस नए सैनिकों की भर्ती करने की तैयारी कर रहा है। पुतिन ने दस्तावेज पर हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। वहीं, यूक्रेन ने रूस के अंदर इंफ्रास्ट्रक्चर को टारगेट करना शुरू कर दिया है। इस बीच एक बड़ा दावा सामने आया है, जिसमें कहा जा रहा है कि यूक्रेन और रूस जल्द ही शांति समझौता कर सकते हैं।

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच एक अमेरिकी पत्रकार सेमुर हेर्श ने बड़ा दावा किया है कि रूस और यूक्रेन के बीच गंभीर शांति वार्ता ने तेजी पकड़ ली है। उन्होंने सूत्रों के हवाले से कहा है कि यूक्रेनी जनरल वालेरी जालुजनी और रूसी जनरल वालेरी गेरासिमोव पर्दे के पीछे एक समझौते पर बातचीत कर रहे हैं, जो संभावित रूप से यूक्रेन युद्ध को खत्म कर सकता है। 
लड़ते-लड़ते थक चुके हैं
एक आर्टिकल में पत्रकार हेर्श का दावा है कि रूस और यूक्रेन लड़ते-लड़ते थक चुके हैं। सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उस समझौते पर कोई आपत्ति नहीं उठाएंगे, जहां शांति वार्ता समाप्त होने पर सैनिकों की स्थिति के अनुसार सीमाएं तय की जाएंगी।
कोई मध्यस्थ नहीं, सीधी बात
दरअसल बताया गया है कि रूस और यूक्रेन के बीच वार्ताओं के सूत्रधार वाशिंगटन या मॉस्को नहीं हैं, बल्कि युद्ध में आमने-सामने खड़े रूस के वालेरी गेरासिमोव और यूक्रेन के वालेरी जालुजनी ही हैं। यदि प्रस्ताव पारित हो जाते हैं तो रूस के पास क्रीमिया के साथ-साथ डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिजिया और खेरसॉन प्रांतों पर निर्विवाद नियंत्रण रहेगा, जिन पर उसने पिछले साल कब्जा कर लिया था। हालांकि बदले में यूक्रेन को को थोड़ा फायदा हो सकता है, जिसमें यूक्रेन के नाटो में शामिल होने पर रूस कोई आपत्ति नहीं दर्ज करेगा।
यूक्रेन से जंग में रूस को भारी नुकसान
इधर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बड़ा फैसला किया है। यूक्रेन से जंग में रूस को भारी नुकसान हो रहा है। भारी संख्या में रूसी सैनिक जंग में मारे गए हैं। यही वजह है कि रूस नए सैनिकों की भर्ती करने की तैयारी कर रहा है। पुतिन ने दस्तावेज पर हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। जल्द ही एक लाख 70 हजार सैनिकों की भर्ती भी शुरू हो जाएगी।
यूक्रेन ने किए रूसी इलाकों में ड्रोन से हमले
यूक्रेन की आर्मी अब तक लगातार सीमा से सटे रूसी इलाकों में ड्रोन से हमला कर सरकारी इमारतों को निशाना बना रही थी, लेकिन, अब यूक्रेन ने रूस के अंदर इंफ्रास्ट्रक्चर को टारगेट करना शुरू कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, रेल टनल में हुए ब्लास्ट में यूक्रेनी इंटेलिजेंस का हाथ है। हमला सेवेरोमुइस्की रेल टनल में हुआ है और 10 मील की दूरी में 4 बार विस्फोट किया गया है। यूक्रेन के इस हमले में ईंधन से भरे तीन 3 टैंकर तबाह हो गए हैं। एक मालगाड़ी भी उड़ाई गई है। साथ ही बैकाल-अमूर मेनलाइन बंद हो गई है।
रेल टनल हमले से रूस को कितना नुकसान?
इस रूट से मिलिट्री सामानों की सप्लाई होती है। रूट बंद होने से मिलिट्री सामानों की सप्लाई पर असर। यूक्रेन के वॉर जोन में हथियार भेजने में वक्त लगेगा। रेल टनल पर हमले से रूस को चीन से हथियार सप्लाई न हो सकेंगे। चीन से हथियार सप्लाई बंद हुई तो कमजोर हो जाएगा रूस।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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